Monday 11 March 2013

Uttarakhand Samadhan portal for online registration of complaints launched


Written by Anil Singh
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The present Uttarakhand Government has been showing its Samadhan advertisement on Uttarakhand News Channels for some time now. The advertisement shows how the Uttarakhand Government has made it easy for the people to get various Certificates (like the Domicile, permanent Residence etc.).

In the same league, on 26 January, the Uttarakhand government has launched a portal for online registration of people's complaints and their quick redressal. Launching the portal called "Samadhan" (solution), the Uttarakhand Chief Minister Vijay Bahuguna described it as a step towards transparency. The CM assured the people that he will personally monitor the the functioning of the Uttarakhand portal for Redressal aimed at toning up government's service delivery system.

How the Uttarakhand 'Samadhan' Portal Works:

Anyone across Uttarakhand could now register his or her complaint on samadhan.uk.govt . In any time which would be redressed normally within 90 days. To ensure the smooth and quick redressal of people's complaints, the Chief Secretary, secretaries, department heads and commissioners have been provided user IDs and login passwords to access the portal which could even protect the privacy of complainants if the need be.


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1 constructive comments:

  • Unknown says:
    9 August 2017 at 16:12

    बहुत ही खेद का विषय है कि हम सभी देशवासी इस 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं और सरकारों द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को सम्मानित कर सिर्फ खाना पूर्ति और वाह वाही लूटी जाती है और उन दिवंगत सेनानियों के परिवार बे घर हैं उत्तराखंड सरकार द्वारा आवास हीन परिवारों को सरकार निःशुल्क भूमि दिए जाने का आदेश प्रदान किये जाने के बाद भी विभागीय अधिकारियों को भूमि देने में कष्ट होता है
    हरिद्वार नगर निगम में लंबित प्रकरणों के संबंध में मेयर श्री मनोज गर्ग जी और नगर आयुक्त जी के आदेश प्रदान किए जाने पर भी सहायक नगर आयुक्त द्वारा प्रकरण पर उत्तराधिकारी राजेश कुमार शर्मा के साथ अभद्रतापूर्ण आचरण किया गया जब नगर आयुक्त से सहायक नगर आयुक्त के अभद्र व्यवहार पर ध्यान आकृष्ठ किया तो नगर आयुक्त स्वयं उठ कर उन्हे ऐसा व्यवहार न करने के लिए गए किन्तु सहायक नगर आयुक्त ने उसके बाद भी अपना आचरण नही बदला और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र के साथ और भी ज्यादा दुर्व्यवहार किया।
    लानत है ऐसे सम्मान समारोहों से जो सरकार के ऐसे बदतमीज अधिकारियो द्वारा आयोजित किया जाता हो
    सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके उत्तराधिकारी यदि सम्मान प्राप्त करने की अभिलाषा रखते हों तो ऐसे सरकारी कार्यकर्मो का बहिष्कार करें जिससे ऐसे अधिकारियों का असली चेहरा उजागर हो
    यही आप सभी सेनानियों और उत्तराधिकारियों की अपने पूर्वजों को सम्मानजनक श्रद्धान्जलि होगी और तभी एक सम्मानित व्यक्ति के रूप में अपने माता पिता को सम्मान दिलाने में कामयाब होंगे।
    भारतीय जनता पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता होने पर मैं गर्व महसूस करता हूँ कि बिना किसी भेदभाव के सरकार सभी सेनानियों औऱ उत्तराधिकारियों की मदद को तत्पर है किंतु अधिकारियों का यह व्यवहार अशोभनीय है और ये कृत्य किसी भी हालत में स्वीकार नहीं है सम्मान पाने के लिए तथा अपने पूर्वजों के सम्मान की खातिर जीवन भी अर्पण करने को तैयार है जिस प्रकार हमारे पूर्वजोँ ने अंग्रेजों से भारत माता का सम्मान बचाया हमे भी एक बार फिर से इन काले अंग्रेजों से भारत माता के सम्मान की रक्षा करनी है
    ये लड़ाई रुकनी नही चाहिए । यदि वास्तव में आप में स्वतंत्रता सेनानियों के खून का एक भी अंश है तो प्रतिज्ञा करे कि ऐसे काले अंग्रेजों से भारत को मुक्त करायेंगे यही पूर्वजो के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी
    राजेश कुमार शर्मा
    हरिद्वार